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"#लोहा " आयरन...#निर्यात (export)शब्द का उदभव: इतिहास का पुनर्लेखन

"#लोहा " आयरन...#निर्यात (export)शब्द का उदभव: इतिहास का पुनर्लेखन लौह अयस्क याने  ( #Iron ore) के लिए गोंडी में शब्द है "#इम"  "इम" अर्थात लौह अयस्क को लौह भट्टी में निश्चित ताप और दाब देकर जो आयरन प्राप्त होता है उसे गोंडी लैग्वेज में "#कच्च" कहते हैं 🐓🐓आयरन अयस्क को गलाने की भट्टी के लिए " कच्च सार " --- कच्च + स + आर  🐓🐓आयरन अयस्क संग्रहण में लगा समुदाय  क +इम+ आर =कमार  यहाँ "आर " का अर्थ होता है "तीर " सबसे पहले  "तीर" की खोज का श्रेय हम इन्ही कमार समुदाय को देते हैं  🐓🐓"#बिल " का अर्थ है धनुष.... सबसे प्रसिद्ध धनुर्धर हम "भिल/बिल " समुदाय में देखते हैं भील समुदाय ने हजारों सालों से भारत के भूस्थलीय सीमाओं की रक्षा इसी मजबूत "आर" और "बिल" से किया ... इनके रहस्य और मजबूत तीरो से दिकू हमेशा से अचंभित रहते थे 🐓🐓🐓अब "तीर " को और मजबूत और नुकिला करने के लिए और ....अच्छे क्वालिटी के आयरन की आवश्यकता होती थी और यह अच्छे क्वालिटी के आयरन #गोंडवाना बेल...